
क्या आपने कभी सोचा है कि धरती पर स्वर्ग कहे जाने वाले जम्मू कश्मीर में न सिर्फ बर्फीली वादियाँ, बल्कि अद्भुत आस्था के केंद्र भी हैं? अगर आपको मौका मिले तो क्या आप यहां की खूबसूरती देखने जाएंगे या पवित्र तीर्थ स्थलों के दर्शन करना चाहेंगे? चलिए आज जानते हैं जम्मू कश्मीर के पाँच सबसे प्रसिद्ध तीर्थ स्थलों के बारे में, जो हर भक्त और सैलानी के लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं।
1. वैष्णो देवी मंदिर
कटरा के त्रिकूट पर्वत पर स्थित वैष्णो देवी मंदिर भारत के सबसे पवित्र स्थलों में से एक है। माता रानी के दर्शनों के लिए हर साल लाखों श्रद्धालु यहाँ 12 किलोमीटर की पदयात्रा करते हैं। गुफा के अंदर माँ के तीन स्वरूपों — महाकाली, महालक्ष्मी और महासरस्वती — के दर्शन होते हैं। यहाँ का वातावरण भक्तिभाव से भरपूर रहता है और यात्रा के दौरान “जय माता दी” के जयकारे गूंजते रहते हैं। वैष्णो देवी न सिर्फ श्रद्धा का केंद्र है, बल्कि आस्था की ताकत को भी महसूस कराने वाली जगह है।

2. अमरनाथ गुफा मंदिर
अमरनाथ गुफा भगवान शिव के सबसे पवित्र धामों में मानी जाती है। यहाँ हर साल बर्फ से स्वयंभू शिवलिंग बनता है, जो आस्था का अद्भुत प्रतीक है। अमरनाथ यात्रा श्रावण मास (जुलाई-अगस्त) में होती है, जिसमें श्रद्धालु कठिन पहाड़ी रास्तों को पार कर दर्शन करते हैं। पौराणिक मान्यता है कि इसी गुफा में भगवान शिव ने पार्वती जी को अमरत्व का रहस्य बताया था। यहाँ का वातावरण अत्यंत दिव्य और रहस्यमय अनुभव कराता है।

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3. रघुनाथ मंदिर
जम्मू शहर के बीचोंबीच स्थित रघुनाथ मंदिर भगवान श्रीराम को समर्पित है। इसे महाराजा गुलाब सिंह और उनके पुत्र महाराजा रणबीर सिंह ने 19वीं शताब्दी में बनवाया था। इस मंदिर का वास्तुशिल्प भव्य है और इसमें कई छोटे-छोटे मंदिर भी हैं। यहाँ भगवद्गीता और रामायण के सुंदर चित्र भी दीवारों पर उकेरे गए हैं। रघुनाथ मंदिर भक्तों के लिए शांति, भक्ति और सांस्कृतिक गौरव का एक अनूठा संगम प्रस्तुत करता है।
4. हजरतबल दरगाह
हजरतबल दरगाह श्रीनगर में डल झील के किनारे स्थित एक प्रमुख इस्लामी तीर्थ स्थल है। यहाँ पैगंबर मोहम्मद साहब के बाल (मोई-ए-मुक़द्दस) को पवित्र रूप से संजोया गया है। सफेद संगमरमर से बनी इस दरगाह की बनावट अत्यंत सुंदर और आकर्षक है। खास अवसरों पर जब मोई-ए-मुक़द्दस का सार्वजनिक प्रदर्शन होता है, तब हजारों श्रद्धालु यहां एकत्रित होते हैं। हजरतबल दरगाह, धर्म और एकता का सुंदर प्रतीक है।
5. शंकराचार्य मंदिर
शंकराचार्य मंदिर श्रीनगर की एक पहाड़ी पर स्थित है और भगवान शिव को समर्पित है। यह मंदिर लगभग 1000 फीट ऊंचाई पर स्थित है, जहाँ से डल झील और पूरा श्रीनगर शहर दिखता है। इसे आदिगुरु शंकराचार्य ने 8वीं सदी में स्थापित किया था। इस मंदिर तक पहुँचने के लिए सीढ़ियों की चढ़ाई करनी पड़ती है, जो भक्तों के लिए एक विशेष आध्यात्मिक अनुभव बन जाती है। शंकराचार्य मंदिर आस्था, शांति और प्रकृति का अद्भुत संगम है।
