
भारत के राष्ट्रपति (President) देश के संवैधानिक प्रमुख (Constitutional Head) होते हैं। वे देश के सर्वोच्च पद (Highest Office) पर होते हैं, लेकिन कार्यकारी शक्ति (Executive Power) प्रधानमंत्री (Prime Minister) और मंत्रिपरिषद के पास होती है। राष्ट्रपति का चुनाव एक विशेष प्रक्रिया (Special Process) के तहत होता है, जिसमें आम जनता सीधा मतदान (Direct Voting) नहीं करती, बल्कि निर्वाचन मंडल (Electoral College) के सदस्य राष्ट्रपति का चुनाव करते हैं। आइए इसे आसान भाषा में समझते हैं और वर्तमान नेताओं का उदाहरण लेते हैं।
राष्ट्रपति का चुनाव कौन करता है?
भारत के राष्ट्रपति को Electoral College चुनता है, जिसमें शामिल होते हैं:
1. संसद के निर्वाचित सदस्य (Elected Members of Parliament – MPs)
लोकसभा (Lok Sabha) और राज्यसभा (Rajya Sabha) के वे सदस्य जो जनता द्वारा चुने गए होते हैं।
उदाहरण: इस समय लोकसभा में नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) प्रधानमंत्री हैं, और राज्यसभा के अध्यक्ष (Vice President) जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) हैं। ये दोनों इस प्रक्रिया में भाग लेते हैं, लेकिन सिर्फ निर्वाचित सांसद ही वोट देते हैं।

2. राज्यों के निर्वाचित विधायक (Elected MLAs of State Legislative Assemblies)
भारत के सभी राज्यों (States) और संघ शासित प्रदेशों (Union Territories) (जिनके पास विधानसभा है, जैसे दिल्ली और पुडुचेरी) के निर्वाचित विधायक (MLAs)।
उदाहरण: उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) मुख्यमंत्री हैं, और उनके राज्य के सभी विधायक राष्ट्रपति चुनाव में वोट डालते हैं।
> महत्वपूर्ण: राष्ट्रपति के चुनाव में नामांकित (Nominated) सदस्य, जैसे एंग्लो-इंडियन प्रतिनिधि या राज्यसभा के मनोनीत सदस्य, वोट नहीं डाल सकते।
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राष्ट्रपति बनने के लिए योग्यता (Eligibility Criteria)
कोई भी व्यक्ति भारत का राष्ट्रपति (President of India) बनने के लिए:
✅ भारत का नागरिक होना चाहिए।
✅ कम से कम 35 वर्ष की उम्र (Minimum 35 years of age) होनी चाहिए।
✅ लोकसभा के सदस्य बनने की योग्यता (Eligible to be a Lok Sabha Member) होनी चाहिए।
✅ किसी सरकारी पद (Government Position) पर नहीं होना चाहिए (कुछ अपवाद हैं, जैसे राज्यपाल, उपराष्ट्रपति, मंत्री, आदि जो इस्तीफा देकर चुनाव लड़ सकते हैं)।
> उदाहरण: 2022 के चुनाव में द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu) भारत की 15वीं राष्ट्रपति (15th President of India) बनीं। उन्होंने यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) को हराया था।
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राष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया (Election Process of the President)
1. नामांकन (Nomination)
चुनाव लड़ने के लिए उम्मीदवार को 50 सांसदों/विधायकों का समर्थन (50 proposers) और 50 सांसदों/विधायकों का अनुमोदन (50 seconders) चाहिए।
साथ ही, ₹50,000 की सिक्योरिटी डिपॉज़िट (Security Deposit) जमा करनी होती है।
2. मतदान (Voting System)
गुप्त मतदान (Secret Ballot) के माध्यम से मतदान होता है।
सांसदों और विधायकों के वोट का वजन (Weightage) अलग-अलग होता है।
वोट “एकल हस्तांतरणीय मत प्रणाली (Single Transferable Vote System)” के तहत दिया जाता है। इसमें प्राथमिकता क्रम (Preferential Voting) का उपयोग किया जाता है।
3. गणना (Vote Counting)
सबसे ज्यादा प्राथमिकता पाने वाले उम्मीदवार को 50% से अधिक वोट मिलने चाहिए।
यदि पहले चरण में कोई नहीं जीतता, तो दूसरे चरण में वोटों का पुनः वितरण होता है।
जो उम्मीदवार यह बहुमत प्राप्त करता है, वही भारत का राष्ट्रपति बनता है।
> 2022 के चुनाव में: द्रौपदी मुर्मू को 64% से अधिक वोट मिले और वे भारत की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति (First Tribal Woman President) बनीं।
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राष्ट्रपति का कार्यकाल और शपथ (Term & Oath of the President)
राष्ट्रपति का कार्यकाल 5 वर्ष (Five Years) का होता है।
राष्ट्रपति मुख्य न्यायाधीश (Chief Justice of India) के सामने शपथ (Oath) लेते हैं।
उनका मुख्य कर्तव्य संविधान की रक्षा (Protecting the Constitution) करना होता है।
> वर्तमान राष्ट्रपति: द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu) (2022-2027)
वर्तमान उपराष्ट्रपति: जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar)
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निष्कर्ष (Conclusion)
भारत में राष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया जटिल (Complex) होते हुए भी संतुलित (Balanced) है। इसमें केंद्र और राज्यों दोनों की भागीदारी होती है। यह चुनाव इस बात को सुनिश्चित करता है कि राष्ट्रपति सभी राज्यों और भारत की विविधता का प्रतिनिधित्व करें।
> अगर कोई सामान्य व्यक्ति भी यह प्रक्रिया समझे, तो वह यह जान सकता है कि राष्ट्रपति पद पर कोई भी आम नागरिक भी पहुंच सकता है, बशर्ते वह संविधान और लोकतंत्र के मूल्यों का पालन करे।
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